बरेली। कुछ पुलिसकर्मी अपनी जान की परवाह किये वर्दी पर कुर्बान हो जाते है तो कुछ पुलिसकर्मी वर्दी को दागदार करने में पीछे नहीं रहते है। बरेली के फरीदपुर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां खुद इंस्पेक्टर रामसेवक ने तीन स्मैक तस्करों को छोड़ने की एवज में 7 लाख रुपये की डील की थी और इस रकम को थाने के परिसर में बने रूम में अपने बिस्तर के नीचे रखी थी। जिसे आईपीएस मानुष पारीक ने छापा मारकर बरामद कर लिया।बताया जाता है कि फरीदपुर के गांव के नवदिया के तस्करों को छोड़ने के बदले में यह रकम ली गई थी। सूचना पर पहुंचे अधिकारी जैसे ही इंस्पेक्टर के रूम तक पहुंचे तब तक इस्पेक्टरर परिसर की दीवार कूदकर भाग गया। फिलहाल पुलिस ने अपने ही इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्र्ष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्जकर फरार इंस्पेक्टर की तलाश में जुट गई है।
पीलीभीत में थी इंस्पेक्टर की अंतिम तैनाती
इंस्पेक्टर रामसेवक की अधिकतर तैनाती अधिकतर पीलीभीत के पूरनपुर , शहरामऊ उत्तरी , माधोबाड़ी, भूमचउ , में रही है। पीलीभीत एक विधायक का नजदीकी भी माना जाता है।
अधिकारियों के पहुंचने से पहले फरार हुआ इंस्पेक्टर
जानकारी के मुताबिक एसएसपी को सूचना मिली थी दो तस्करों को छोड़ने के लिए 7 लाख की रिश्वत ली गई है। इसके बाद उन्होंने एसपी ग्रामीण को मौके पर छापे के लिये भेजा लेकिन इंस्पेक्टर पहले ही सूचना पाकर फरार हो चुका था। पुलिस को मौके से 996400 रुपये इंस्पेक्टर के बिस्तर से मिले।
एसएसपी अनुराग आर्य ने दी यह जानकारी
गोपनीय सूचना प्राप्त हुई की थाना प्रभारी फरीदपुर निरीक्षक रामसेवक के द्वारा रात्रि में दो सदिग्धो को एनडीपीएस के आरोप में पकडकर 07 लाख रुपये लेकर छोड दिया है। जिसकी जांच के लिए क्षेत्राधिकारी फरीदपुर गौरव सिंह, बरेली तत्काल थाने पर गये, थाने पर थाना प्रभारी रामसेवक थाने से गायब हो गया। जिसका कमरा चैक करने पर कमरे से लगभग 09 लाख 96 हजार रुपये कैश बरामद हुआ है। जांच में ज्ञात हुआ है कि रात्रि में आलम पुत्र मो0 इस्लाम, नियाज अहमद पुत्र शेर मोहम्मद निवासीगण नवदिया अशोक थाना फरीदपुर, बरेली को थाने पर लाया गया था जिनको 07 लाख रुपये लेकर थाना प्रभारी द्वारा छोड दिया गया था। इस सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी फरीदपुर की तहरीर पर थाना फरीदपुर पर मु0अ0सं0 633/2024 धारा 308(6)/127(2) बीएनएस व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 पंजीकृत किया गया है। आरोपी निरीक्षक को निलम्बित किया गया है। आरोपी निरीक्षक की गिरफ्तारी की प्रयास किया जा रहा है, शीघ्र ही गिरफ्तारी करते हुए आगे की विवेचनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।