पंकज गुप्ता
बरेली । बदायूं में एंटी करप्शन की टीम ने दातागंज तहसीलदार के सम्प्रति न्याय लिपिक राजीव कुमार शर्मा को पांच हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। लिपिक गलत तरीके से दर्ज हुई जमीन का सही नाम पर दाखिल खारिज करने के एवज में पांच हजार रुपये वसूल रहा था। ऐन वक्त पर पहुंची टीम ने उसे धर दबोचा। टीम उसे पकड़कर मूसाझाग थाने ले गई और वहां उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
इसके बाद टीम आरोपी को अपने साथ बरेली ले गई। एंटी करप्शन टीम बरेली के सीओ यशपाल सिंह ने बताया कि कोतवाली व तहसील दातागंज इलाके के गांव कैशोपुर निवासी नंदकिशोर ने पिछले दिनों बरेली आफिस पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि उसकी पिता की मृत्यु के बाद अधरऊ गांव में मौजूद विरासत की जमीन के गाटा संख्या को गलत दर्ज कर दिया गया है। इसे सही नाम पर कराने के लिए लिपिक राजीव से संपर्क साधा तो वह पांच हजार रुपये बतौर रिश्वत मांग रहा है।
सीओ के निर्देश पर टीम ने ट्रैपिंग की योजना बनाई और नंदकिशोर को पांच हजार रुपये लेकर आरोपी के पास सुनयोजित ढंग से भेजा। जो नोट टीम द्वारा दिए गए, उनके नंबर पहले से टीम पर लिखे हुए थे। नोट भी फिनाफ्थलीन पाउडर से ट्रीट किए गए थे। टीम भी अलग भेष बनाकर वहां पर फिल्डिंग लगा दी। जैसे ही लिपिक ने नोट लिए। टीम ने उसे धर दबोचा, आरोपी के हाथ धुलवाए गए तो पाउडर के कारण पानी का रंग गुलाबी हो गया। उसका सैंपल टीम ने प्रिजर्व कर लिया। जबकि इसके बाद वहां भीड़ एकत्र हुई तो टीम आरोपी को गाड़ी में डालकर मूसाझाग थाने ले आई। यहां उसके खिलाफ एफआईआर लिखाई गई है।
इस मामले में तहसीलदार की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। ऐसे में उनके खिलाफ भी जांच को लिखा गया है। वजह है कि गिरफ्तारी तहसीलदार के कक्ष से हुई थी। जाहिर है कि कहीं न कहीं उनकी या तो लापरवाही रही या फिर उनकी घूसखोरी में रजामंदी रही होगी। इसको लेकर जांच कराई जा रही है।