शीशगढ़।क्षेत्र के गाँव ढकिया डैम पर कुल्ली नदी पर बने जर्जर पुल की जगह नया पुल तथा खमरिया गाँव के पास पश्चिमी वहगुल नदी पर पक्का रेगुलेटर बाँध के निर्माण को मीरगंज विधायक डॉ.डी.सी वर्मा ने प्रमुख सचिव सिंचाई विभाग को पत्र लिखा है।पत्र में विधायक मीरगंज डाक्टर डी.सी वर्मा ने कहा है कि कुल्ली नदी पर ढकिया डैम के पास 1935 में बना रेगुलेटर पुल जर्जर अवस्था में है।पुल से रोजाना 10से 12गाँवो के लोगों का आवागमन है।वहीं पश्चिमी वहगुल नदी पर खमरिया गाँव के पास अंग्रेजी शासन काल में बना पक्का रेगुलेटर बाँध धराशाई होने के बाद पिछले एक दशक से कच्चे बाँध का निर्माण कर फसल सिंचाई करते हैं।कच्चे बाँध को प्रतिवर्ष वर्षा ऋतु में काटना पड़ता है।इसलिए जनहित में पुल और बाँध का निर्माण होना जरुरी है।
बता दे कि खमरिया गाँव के पास वहने बाली पश्चिमी वहगुल नदी पर अंग्रेजी शासन में बना पक्का रेगुलेटर बाँध पिछले दो दशक पूर्व धराशाई हो गया है।बाँध धराशाई होने के बाद क्षेत्रीय किसानों ने बाँध निर्माण को शासन प्रशासन से लगातार गुहाई लगाई मगर बाँध निर्माण नहीं हुआ।ततब किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए पूर्व विधायक जयदीप सिंह बरार ने किसान कल्याण समिति का निर्माण कर किसानों की मदद से कार सेवा सन 2014 में पहली बार कच्चे बाँध का निर्माण कर किसानों को फसल सिंचाई का लाभ दिलाया था।
तब से किसान कार सेवा से प्रति वर्ष कच्चे बाँध का निर्माण करते आ रहे हैं।जिससे रामपुर जनपद की तहसील बिलासपुर और बरेली जनपद की बहेड़ी और मीरगंज तहसील के 160 गाँवो के किसान फसल सिंचाई करते हैं।
57करोड़ रुपए की स्वीकृति के बाद भी नहीं हुआ बाँध का निर्माण।
पीलीभीत के सासंद बरुण गाँधी ने शासन से बाँध निर्माण को 57करोड़ रुपए स्वीकृत कराए थे।धनराशि स्वीकृत होने के बाद किसी कारण से पैसा रिलीज नहीं हो पाया।इसी कारण आज तक पक्के बाँध का निर्माण नहीं हो पाया है।