डूडा की मदद से उषा स्वयं सहायता समूह ने जिला अस्पताल में की शुरुआत
6 महिलाओं ने कैफे की देखेंगी व्यवस्थाएं
बरेली : जिला अस्पताल में लम्बे समय से कैफे या कैंटीन से जुड़ी समस्याएं रही हैं। लेकिन अब यह समस्या लगभग समाप्त होने की कगार पार है। डूडा की मदद से महिला अस्पताल की नई बिल्डिंग और ओल्ड मैटरनिटी अस्पताल के गेट से सटे जगह पर दीदी कैफे की शुरुआत हुई है। इस कैफे के द्वारा मरीजों का हैल्थी खाना और तीमारदारों की जरूरत का ध्यान रखने की कोशिश रहेगी। अभी तक यूपी में इस तरह के कैफे की शुरुआत आगरा और गोरखपुर से शुरू होने की सूचना है। कैफ़े में डूडा की मदद से मरीजों को सस्ता खाने उपलब्ध कराने का शासनादेश आने की सूचना है। जिला अस्पताल की दीदी कैफे की कमान उषा स्वयं सहायता की 6 महिलाओं के ऊपर है।
दीदी कैफे का संचालन हनी गुप्ता कर रहे हैं। हनी गुप्ता का कहना है कि वह दीदी कैफे के माध्यम अस्पताल में वाले सभी जरूरतमंदों को रियायत दरों पर खानपान से संबंधित सभी सामान उपलब्ध कराएंगे। कैफे में समोसा 6 रूपए , अंडे का पराठा 40 रुपए , मूंग की दाल हाफ प्लेट 30 रुपए , रोटी 5 रूपए ,पनीर का पराठा 30 रुपए में उपलब्ध है।
वर्तमान में उषा स्वयं सहायता समूह अस्पताल में मरीजों को खाना उपलब्ध करा रहा है। वही डूडा से जुड़े अधिकारी शासन से एक निर्देश आया था जिसमें समूह की महिलाओं के लिए सरकारी विभागों में कैंटीन खोलने की बात कही गई थी। इसमें उन्हीं महिलाओं का चयन होना है जो स्वयं सहायता समहू चला चुकी है। इन महिलाओं को सरकारी मदद की बात भी कही गई है। इसी क्रम में जिला अस्पताल में दीदी कैफे की शुरुआत हुई है।