रामपुर : सिविल लाइंस थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव में स्थित एक मकान को अज्ञात बदमाशों के द्वारा कुछ समय पहले लूट की घटना को अंजाम देते हुए निशाना बनाया गया था। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। इसी को लेकर शासन और विभाग के आला अधिकारियों ने इसके जल्द खुलासे के निर्देश जारी किए थे और इस संगीन वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को जल्द पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे भेजे जाने की कवायद शुरू करने को कहा गया था। इस घटना में तीन अपराधियों को तो गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन गैंग के सरगना को तलाश में को लेकर स्थानीय पुलिस पर माकूल प्रेशर भी था।
यहां तक के फरार बदमाश पर पुलिस के द्वारा 25000 का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। पुलिस को गैंग के सरगना ओंकार की सरगर्मी के साथ तलाश थी लेकिन लगातार वह कानून के शिकंजे से दूर ही नजर आ रहा था। फिर पुलिस कप्तान राजेश द्विवेदी के द्वारा नाकाम हो चुके प्रभारी निरीक्षक पंकज पंत का तबादला कर दिया गया और अब थाने की नई जिम्मेदारी अजय कुमार मिश्रा को दी गई। इंस्पेक्टर ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए सूत्रों के बल पर सूचना पाकर लंबे समय से फरार चल रहे लुटेरे गैंग के सरगना एवं अंतर्जनपदीय अपराधी ओंकार निवासी जनपद मुरादाबाद को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र अंतर्गत कोसी नदी के किनारे घेर लिया गया।
देर रात्रि में घटित इस मुठभेड़ के चलते इनामी बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी इसके बाद पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इस दौरान पुलिस की गोली बदमाश के पैर में जा लगी और वह घायल हो गया। घायल अवस्था में इनामी बदमाश को हिरासत में ले लिया गया और फिर उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर उसकी हालत संतोषजनक बताई जा रही है। पकड़े गए बदमाश पर फिलहाल लूट, डकैती और हत्या के प्रयास जैसे संगीन धाराओं में 21 मुकदमे रामपुर, मुरादाबाद,संभल व बदायूं जनपदों के कई थानों में दर्ज हैं।