लखनऊ । अंग्रेजों ने जब भारत छोड़ा तो अपनी सबसे प्यारी गाड़ी मैरी वेदर (अग्निशमन वाहन) को लंदन ले नहीं जा सके। तब अंग्रज़ों ने मैरी वेदर कार के पुर्जे खोल दिए और उसे यहीं छोड़ दिया, पर उन्हें क्या पता था कि हमारी सेना के अधिकारी और मैकेनिक मैरी वेदर को फिर सड़क पर दौड़ा देंगे। 111 साल पुरानी इस मैरी वेदर को लखनऊ में दमकल विभाग ने धरोहर के रूप में संजो रखा है। इसे लखनऊ के चौक फायर स्टेशन में रखा गया है।
इतनी पुरानी होने के बाद भी यह 60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है। अब इसे गणतंत्र दिवस की परेड पर निकाला जाता है। यह परेड में बैंड की धुनों पर सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों के साथ कदम से कदम मिलाते हुए चलती है।
भारत में अंग्रेजी सैनिक इसे अग्निशमन के रूप में प्रयोग करते थे, हालांकि अब आग बुझाने में इसका प्रयोग नहीं होता है। लेकिन लखनऊ के चौक फायर स्टेशन में इसे अभी भी बहुत संभाल कर रखा गया है। इस वाहन को हर वर्ष स्वंत्रता दिवस पर लाखों की संख्या में देखने पहुंचते है।
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