भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को मथुरा पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले मथुरा के डैम्पियर नगर स्थित पांचजन्य प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती के समक्ष पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम में मौजूद फूलडोल बिहारी लाल, हरिशंकर नागा, श्री अनन्त प्रभु, बलराम बाबा, सुतीक्षण दास, श्रीराम देवानन्द, सनत कुमार, लाडली दास, अनंताचार्य, जयराम दास, कृष्णा देवी, माधव दास और ब्रजदास आदि साधु-संतों को सम्मानित किया।
राधा-कृष्ण के स्वरूपों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण और राधा के स्वरूप शिवाय पुत्र गीता, साक्षी पुत्री नीतू, अक्षत पुत्र लक्ष्मी, देवांश पुत्र चन्द्रवती एवं सिद्धार्थ पुत्र प्रियंका को मुख्यमंत्री ने खीर खिलाकर अन्न प्राशन संस्कार किया। खिलौने और मिष्ठाई भेंट की। मुख्यमंत्री ने गोवर्धन परिक्रमा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का विमोचन किया और पूरी डॉक्यूमेंट्री फिल्म देखी। डॉक्यूमेंट्री फिल्म में गोर्वधन पर्वत, उससे संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों एवं संतों का विवरण प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने वाली श्रुति अनिंदिता वर्मा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि एवं लीला भूमि मथुरा-वृन्दावन के सर्वांगीण विकास को समर्पित 645 करोड़ की 118 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण / शिलान्यास किया।
देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच हजार वर्ष पुराने इस पौराणिक इतिहास के हम साक्षी बन रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देश और दुनिया से आए लाखों श्रद्धालु, भक्तिभाव के साथ यहां दर्शन करने और यहां की पावन माटी की रज में श्रीकृष्ण भाव की इस पावन भक्ति को अधिकार करने के लिए उतावले हो रहे हैं। ऐसी भक्ति दुनिया में कहीं और मिलना दुर्लभ है। उन्होंने मथुरा की पवित्र भूमि को नमन किया और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की सबको बधाई दी।
भारत की आध्यात्मिक विरासत पर शोध के लिए उतावली है दुनिया
मुख्यमत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि पिछले कई वर्षों से उन्हें मथुरा में रंगोत्सव और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसे आयोजनों में शामिल होने को मिल रहा है। कहा कि पूरी दुनिया भारत की आध्यात्मिक विरासत पर शोध के लिए उतावली हो रही है। विश्व मानवता को जब भी संकट के दौर से उभरना होगा, वह भारत की आध्यात्मिक विरासत को ही अपने जीवन का हिस्सा मानकर ही स्थायी शांति और सौहार्द की परिकल्पना को आगे बढ़ा सकता है, उसे आगे बढ़ाने के लिए यह सौभाग्य हम सबको प्राप्त हुआ है।
अध्यात्मिक विरासत का संरक्षण और आधुनिक विकास कर रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को अपनी गौरवशाली विरासत पर गर्व करना चाहिए। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार अध्यात्मिक विरासत का संरक्षण करते हुए आधुनिक विकास भी कर रहा है। सीएम ने कहा कि वह ब्रजक्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रूपये की नई कार्ययोजना लाए हैं। ब्रजक्षेत्र फिर से द्वापर की स्मृतियों को ताजा करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार साधु संतों की भावनाओं का सम्मान करने और बृजक्षेत्र को संवर्धित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मथुरा में संभव किए जा रहे असंभव कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उन कार्यों को संभव बना रहे हैं, जिन्हें कभी असंभव माना जाता था। उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि 10 साल पहले इनकी कल्पना भी असंभव लगती थी, लेकिन आज ये साकार हो चुके हैं। काशी में जहां पहले 50 श्रद्धालु एक साथ दर्शन नहीं कर पाते थे, वहां आज 50 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं। सावन मास में 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं ने प्रतिदिन वहां दर्शन किए हैं। अयोध्या में आज भव्य राम मंदिर बन गया है, जो त्रेतायुग का स्मरण करा रहा है।
आज आचमन और स्नान के योग्य हो चुकी हैं मां गंगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मां गंगा आज स्नान और आचमन योग्य हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री द्वारा चलायी गई नमामि गंगे परियोजना से मां गंगा अविरल भी हैं और निर्मल भी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ में लगभग 67 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। उन्होंने कहा कि जैसे नमामि गंगे परियोजना के परिणाम सार्थक हुए हैं, ऐसे ही यमुना जी के बारे में भी एक नई कार्ययोजना बनाकर, यमुना की अविरलता और निर्मलता के लिए यह डबल इंजन सरकार पूरी ईमानदारी एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी। उन्होंने बरसाना में रोप-वे सुविधा का उदाहरण देते हुए कहा कि यह बुजुर्गों के लिए बड़ी राहत है।
सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए अवतार लेते है भगवान
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का अवतार सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने युद्ध भूमि को धर्म भूमि में बदल दिया था। उन्होने कहा कि श्रीकृष्ण की निष्काम कर्म की प्रेरणा हमें ताकत देती है। जब तक यह प्रेरणा हमारे बीच है, कोई हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता है। भारत की आजादी के 78 वर्ष पूरे होने का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देशवासियों के सामने कुछ नये संकल्प रखे थे।
कार्यक्रम में ये वीआईपी रहे मौजूद
इस अवसर पर गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग लक्ष्मी नारायण चौधरी, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक शिक्षा संदीप सिंह, राज्यसभा सांसद तेजवीर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी, महापौर विनोद कुमार अग्रवाल, विधायक मथुरा श्रीकांत शर्मा, विधायक मांट राजेश चौधरी, विधायक गोवर्धन मेघश्याम सिंह, विधायक बल्देव पूरन प्रकाश, एमएलसी ओम प्रकाश सिंह, एमएलसी योगेश चौधरी, उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, सदस्य राष्ट्रीय पिछडा वर्ग भूवन भूषण कमल, जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय, महानगर अध्यक्ष हरिशंकर राजू यादव, क्षेत्रीय महामंत्री नगेन्द्र सिकरवार, मण्डलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह, एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ, डीआईजी शैलेश कुमार पाण्डेय, डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, वीसी एसबी सिंह, नगर आयुक्त जग प्रवेश आदि मौजूद रहे।
