रायपुर।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि विधानसभा सत्र के अंतिम दिन ईडी ने उनके घर पर छापा मारा, जबकि वे रायगढ़ की तमनार तहसील में अडानी समूह की कोयला खदान और पेड़ कटाई जैसे मुद्दों को सदन में उठाने जा रहे थे।

ईडी की टीम ने भिलाई स्थित उनके निवास पर छापेमारी की और पूछताछ में सहयोग न करने का हवाला देते हुए धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 19 के तहत चैतन्य को गिरफ्तार कर लिया। घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा और कांग्रेस समर्थक भी जमा हो गए।
सूत्रों के अनुसार, विशेष अदालत ने चैतन्य को पांच दिन की ईडी रिमांड में भेज दिया है। एजेंसी का आरोप है कि चैतन्य से जुड़ी कंपनियों को शराब घोटाले से लगभग 17 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई है।
ईडी के मुताबिक, पूरे घोटाले से राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब सिंडिकेट के जरिए 2,100 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम इकट्ठा की गई। इसके साथ ही 1,070 करोड़ रुपये की धनराशि की जांच जारी है, जिसमें चैतन्य की भूमिका भी जांच के घेरे में है
