आदर्श
बरेली। तेजी से रुपये कमाने की ललक के चलते युवा अपराध के रास्ते पर चलने लगे है। ऐसा ही एक मामला मीरगंज थाना क्षेत्र में देखने को मिला जहां ठगी के लिए पहुंची फर्जी महिला अधिकारी खुद ही चुंगल में आ गई। महिला अधिकारी रो रोकर अपने काम के लिए माफी मांगने लगी।
दरअसल मीरगंज के विकासखंड कार्यालय के गांव हुरहुरी में जांच के नाम पर अधिकारी बनकर ठगी करने पहुंची महिला को ग्राम प्रधान पकड़ लिया।गांव हुरहुरी निवासी ग्राम प्रधान सुधा शाक्य ने बताया कि उनके नंबर पर एक कॉल आई थी और बताया गया कि वह जांच अधिकारी बोल रही हूं। तुमने बहुत घोटाले किए हैं और गवन किया है।वह ग्राम पंचायत सचिवालय पहुंच रही है । यह सुनकर ग्राम प्रधान सुधा शाक्य घबरा गई और उन्होंने जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी को फोन किया।
जब उन्होंने बात की तो बताया गया कि वह जांच करने आई है उसे तहसीलदार ने भेजा है।जब इसकी सूचना मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता को दी गई तो बताया गया कि कोई जांच अधिकारी नहीं भेजा गया है। जब एसडीएम ने फर्जी महिला अधिकारी से बात करना चाही तो उसने बात नहीं की।ग्राम प्रधान उसकी बातों में लगाए रही।उसके निरंजन यदुवंशी मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने उस महिला से बात की और आई कार्ड दिखाने को कहा तो कभी वह महिला आयोग की मंडल अध्यक्ष बताने लगी।कढाई से पूछताछ की तो वह महिला रोने लगी। अंत में फर्जी महिला अधिकारी खुद को फंसता देख रोने लगे और माफी मांगने लगी। मौके पर पहुंचे लोगों ने महिला को उसके कृत्य को माफ कर दिया। इसके बाद महिला मौके से चली गई।