बरेली। विद्युत संविदा मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं ने संविदा कर्मियों के साथ बुधवार को मुख्य अभियंता के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और प्रबंध निदेशक मध्यांचल विद्युत वितरण लखनऊ को संबोधित ज्ञापन मुख्य अभियंता को दिया।विद्युत वितरण बरेली मंडल में जारी कंपनी के अनुबंध में आवंटित कर्मियों की संख्या 20 प्रतिशत कम करने का हम लोग विरोध करते है।
विद्युत संविदा मजदूर संगठन के धरना में अशोक कुमार पाल ने कहा की मध्यांचल मुख्यालय से जो नया आदेश आया है उसमें जिस कंपनी से अनुबंध हुआ है उसमें 20% निविदा कर्मियों की छटनी की जाएगी जिससे बरेली के लगभग 2,000 निविदा कर्मी और मंडल के हजारों कर्मचारी प्रभावित होंगे ।
उन्होंने कहा कि जिस संविदा कर्मी ने 15 वर्ष तक 20 वर्ष तक अपनी सेवाएं दी उनको एकदम निकाला जाएगा तो वह आखिर कहां जाएगा। हजारों संविदा कर्मियों के परिवार भुखमरी कगार पर होने की स्थिति में आ जाएंगे ।इस आदेश को वापस लिया जाए। इसके बाद यदि हमारी बात नहीं सुनी गई तो हम मुख्यालय का घेराव करेंगे और हम अंतिम समय तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। हम मांग करते हैं आउटसोर्स द्वारा नियुक्त कुशल श्रमिक, कम्प्यूटर ऑपरेटर, एसएसओ, लाइनमैन को 25 हजार रुपए एवं अकुशल श्रमिक को 18 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाए।
निविदा मध्यांचल के पास की किसी कम्पनी को दिया जाये क्योंकि कार्य करते समय कर्मचारी की मृत्यु की दशा में उनके परिवार को ईपीएफ का पैसा तथा पारिवारिक पेंशन नहीं मिल पाती तथा परिवार कम्पनी के हेड आफिस के चक्कर लगाता रहता है जोकि मध्यांचल से सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की सेवा नियमावली बनाई जाए।विभाग में 5 वर्ष या अधिक वर्षों से आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य कर रहे संविदा कर्मियों को रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए।
कार्यरत संविदा कर्मियों का सेवाकाल 55 वर्ष से बढ़ाकर 58 वर्ष किया जाए। धरना प्रदर्शन में पुनीत राय, नवल किशोर सक्सेना , सुनील गोस्वामी , नरेश पाल सिंह , जहीर खान, असलम खान आदि मौजूद रहे।