डा.निकिता देओपा, डा.निकिता अग्रवाल, कृतिका पांडेय, रिचेल सिंह को मिला श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल
बरेली। एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज और एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज के 11वें दीक्षा समारोह में 335 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। श्रेष्ठ शैक्षिक प्रदर्शन करने वाले मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग के 41 विद्यार्थियों को भी इस मौके पर ट्राफी के साथ सर्टिफिकेट प्रदान किए किये। इनमें मेडिकल एमडी की डा.निकिता देओपा और एमबीबीएस की डा.निकिता अग्रवाल को अपने- अपने बैच में ओवरआल टॉपर होने पर श्रीराममूर्ति गोल्ड मेडल व 51 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पैरामेडिकल पैरामेडिकल में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने के लिए कृतिका पांडेय और नर्सिंग में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने के लिए रिचेल सिंह को भी श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल के साथ 11 हजार रुपये का नकद पुरस्कार हासिल प्रदान किया गया।
समारोह में मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति डा.संजीव मिश्रा ने दीक्षांत भाषण दिया और मानवता के पेशे में सहानुभूति के साथ निर्बल और गरीबों की सेवा का उपदेश दिया। दीक्षांत समारोह के मौके पर डा.संजीव मिश्रा ने मेडिकल कालेज में नवनिर्मित अत्याधुनिक कैथ लैब का भी उद्घाटन किया।
एसआरएमएस कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के शतिक प्रेक्षागृह में शनिवार को दीक्षांत समारोह पूर्वाह्न साढ़े दस बजे आरंभ हुआ। इसमें एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज और एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज के 335 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। जबकि दोनों संस्थानों में श्रेष्ठ शैक्षिक प्रदर्शन करने वाले 41 विद्यार्थियों को ट्राफी के साथ सर्टिफिकेट देकर प्रोत्साहित किया गया।
अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति डा.संजीव मिश्रा ने डिग्रीधारी विद्यार्थियों को दीक्षा देते हुए डिग्री मिलने को उच्चशिक्षा की शुरूआत बताया। उन्होंने कहा कि जिंदगी में कोई संपूर्ण नहीं होता। इसके लिए सीखते रहना पड़ता है और सीखने के लिए अध्ययन जरूरी है। जब तक आप सीखते रहेंगे आगे बढ़ते रहेंगे। एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज का दिन डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों के लिए यादगार दिन है। अपने मां-बाप का सम्मान करें। जिनकी बदौलत आप यहां तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिंदगी में गलतियां होंगी, लेकिन जो अपनी गलती से सीख लेकर उन्हें सुधार लेता है वही आगे बढ़ता है और सफलता हासिल करता है। जो अपनी गलती को नहीं सुधारता उसकी उन्नति रुक जाती है।
उन्होंने सभी विद्यार्थियों को वरिष्ठों का सम्मान करने और उनसे सीखने और समय के सदुपयोग का भी संदेश दिया। इससे पहले सरस्वती वंदना और संस्थान गीत के बाद एसआरएमएस ट्रस्ट के सेक्रेटरी और मेडिकल कालेज के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति ने अतिथियों और विद्यार्थियों के परिजनों का स्वागत किया। उन्होंने ट्रस्ट की उपलब्धियों और इसके द्वारा संचालित सामाजिक कार्यों और योजनाओं की जानकारी दी। कालेज के प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला ने दीक्षांत समारोह का आरंभ किया और मेडिकल कालेज की स्थापना से लेकर अब तक की उपलब्धियों की जानकारी भी दी। अंत में सभी का आभार मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.आरपी सिंह ने जताया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्टी आशा मूर्ति, उषा गुप्ता, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल विश्वविद्यालय के डीन शालीन चंद्रा, डा.निर्मल यादव, बरेली कालेज के पूर्व प्राचार्य डा.अनुराग मोहन, डा.वंदना शर्मा, डा.आलोक खरे, डा.प्रमेंद्र महेश्वरी, गुरु मेहरोत्रा, इंजीनियर सुभाष मेहरा, डा.प्रभाकर गुप्ता, डा.अनुज कुमार, डा.एलएस मौर्य, पैरामेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा. जसप्रीत कौर, नर्सिंग कालेज की प्रिंसिपल डा.मुथु महेश्वरी, डीन पीजी डा.रोहित शर्मा, डीन यूजी डा.बिंदू गर्ग, डीएसडब्ल्यू डा.क्रांति कुमार और एसआरएमएस मेडिकल कालेज के सभी विभागाध्यक्ष, फैकल्टी और इंचार्ज मौजूद रहे। दीक्षा समारोह का संचालन डा.रशिका सचान और डा.आयुषि शुक्ला ने किया।