बरेली। जिले में दलित और मुस्लिम समाज के लोगों पर हो रहे कथित शोषण और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर भीम आर्मी ने बरेली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए एसएसपी कार्यालय पर धरना दिया और बरेली पुलिस पर पीड़ितों को न्याय न दिलाने का आरोप लगाया। इस दौरान पीड़ित परिवारों के सदस्य भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने एसएसपी बरेली को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें आरोप लगाया गया कि पुलिस प्रशासन दलित और मुस्लिम समाज के मामलों में गंभीरता नहीं दिखा रहा है। भीम आर्मी नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर जल्द पीड़ितों को न्याय नहीं मिला, तो संगठन न केवल बरेली बल्कि लखनऊ स्थित डीजीपी कार्यालय पर भी प्रदर्शन करेगा।
प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी ने कई मामलों को उठाया, जिनमें न्याय में लापरवाही का आरोप लगाया गया। बारादरी थाना क्षेत्र में रहने वाला 10 वर्षीय अर्जुन दयाल 40 दिन पहले रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गया था, लेकिन पुलिस अब तक उसकी कोई जानकारी नहीं जुटा सकी है। वहीं सीबीगंज थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग के साथ मारपीट मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसे स्थानीय लोगों ने अन्यायपूर्ण बताया। इसके अलावा, नवाबगंज के एक युवक ने पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली, जिससे क्षेत्र में रोष का माहौल है। साथ ही दलित और मुस्लिम से जुड़ी अन्य दो घटनाएं है।
भीम आर्मी नेताओं ने इन सभी घटनाओं को प्रशासनिक लापरवाही और कमजोर पुलिस प्रणाली का उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि दलित और मुस्लिम समुदाय के साथ हो रहे अन्याय को संगठन चुपचाप सहन नहीं करेगा और कानूनी व लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष जारी रहेगा।
प्रदर्शन में यह लोग रहे मौजूद
जिला अध्यक्ष सुशील कुमार गौतम, महासचिव डॉ. रूपकिशोर प्रजापति, सिद्धांत गौतम, महानगर अध्यक्ष शिवम् भारती, मंडल संयोजक अमर सिंह एडवोकेट, लीगल सेल संयोजक नेत्रपाल सिंह एडवोकेट, पूर्व जिला संयोजक आकाश सागर, उपाध्यक्ष सैम मैसी, मंडल संगठन सचिव छोटेलाल माथुर, युवा मोर्चा अध्यक्ष सुरेन्द्र सागर, मनोज वाल्मीकि, शीशपाल सागर, चंदन सागर, यशपाल, बबलू सागर, प्रेम बौद्ध, सुनीता वाल्मीकि, सोनम आजाद, मो. हसन, छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सागर, मंजू देवी, नगर अध्यक्ष आकाश सागर, नवाबगंज प्रभारी जान मोहम्मद, तहसील अध्यक्ष सुरजीत गौतम, रवि सागर, विशन प्रताप, शाकिब मेवाती समेत सैकड़ों कार्यकर्ता व पीड़ित परिवार मौजूद रहे।
