बरेली। बिहार विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही देश में एक बार फिर “हिंदू राष्ट्र” की बहस गरमा गई है। इस बार निशाने पर हैं बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री, जिनकी ओर से बिहार को भारत का पहला हिंदू राज्य घोषित करने की मंशा जताई गई। इस पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे चुनावी राजनीति से प्रेरित बताया है।
मौलाना रज़वी ने कहा, “धीरेंद्र शास्त्री जी दो साल से हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं, लेकिन देश की जनता ने न समर्थन दिया, न ही संज्ञान। अब बिहार में चुनाव होने वाले हैं, तो ये नया एजेंडा थमाया जा रहा है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ कथावाचक मौसम और माहौल देखकर बयानबाज़ी करते हैं।
उन्होंने कहा कि रामभद्राचार्य जी द्वारा दिए गए “भगवा ए हिंद” के बयान भी ग़जवा ए हिंद जैसे उग्र नारों को सीधी टक्कर देने की कोशिश है, जो कहीं न कहीं देश की साझा विरासत को नुकसान पहुंचाता है।
मौलाना ने आगाह किया कि, “ऐसे बयान कट्टरपंथियों के लिए ऑक्सीजन का काम करते हैं। भारत कभी भगवा ए हिंद या ग़जवा ए हिंद नहीं बनेगा, यह देश लोकतांत्रिक था, है और रहेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता समझदार है और वो विकास, रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दों पर वोट करेगी, न कि धार्मिक नफरत की बुनियाद पर।
