बरेली।
तीन हजार रुपये के सालाना पास से एक वर्ष में 200 बार टोल से गुजरा जा सकेगा। यह सुविधा खासतौर पर जिले के उन लोगों के लिए फायदेमंद रहेगी जो टोल प्लाजा के आसपास, यानी 60 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं और रोजाना अप-डाउन करते हैं।
बरेली में एनएचएआई के लखनऊ हाईवे पर फरीदपुर, दिल्ली हाईवे पर फतेहगंज पश्चिमी और पीलीभीत हाईवे पर लभेड़ा में टोल प्लाजा है। इसमें फतेहगंज को छोड़ बाकी दोनों टोल बरेली एनएचएआई के अधीन हैं। बरेली-लखनऊ हाईवे के चार अन्य टोल भी बरेली के अधीन हैं। इनमें सीतापुर के खैराबाद, लखीमपुर के मैगलगंज और लखनऊ के इंटौजा में टोल प्लाजा है।
बरेली की सीमा में पड़ने वाले तीनों टोल प्लाजा से रोजाना करीब 75 हजार वाहन निकलते हैं। इनमें व्यापार, रोजगार के साथ ही बड़ी संख्या में नौकरीपेशा लोगों का निजी वाहनों से आवागमन होता है। अभी 70 से 165 रुपये तक टोल प्लाजा पर चुकाने पड़ते हैं। फरीदपुर टोल से एक बार में गुजरने पर कार चालक को 135 रुपये देने पड़ते हैं, यदि इसकी 200 ट्रिप की जाएं तो वह 27 हजार रुपये की पड़ेगी।
इसी तरह फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा पर कार चालक को 165 रुपये एक ट्रिप के देने पड़ते हैं। इस हिसाब से 200 ट्रिप के 33 हजार देने पड़ते हैं। वहीं पीलीभीत रोड पर लभेड़ा टोल प्लाजा पर एक तरफ के 70 रुपये कार चालकों को देने होते हैं और 200 ट्रिप पर 14 हजार रुपये बनते हैं। वार्षिक फास्टैग पास बनने के बाद यह सफर मात्र तीन हजार में हो जाएगा।
यह सुविधा सिर्फ प्राइवेट कार, जीप और वैन जैसी गाड़ियों के लिए है। यह वार्षिक पास सिर्फ उसी गाड़ी के लिए वैध रहेगा, जिस पर यह सक्रिय हुआ है। किसी और गाड़ी में पास ट्रांसफर नहीं किया जा सकता। अगर इसे किसी दूसरी गाड़ी में इस्तेमाल किया गया तो पास तुरंत निष्क्रिय हो जाएगा।
नएचएआई परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया के अनुसार निजी वाहनों के लिए वार्षिक फास्टैग सुविधा शुरू होगी। इसमें तीन हजार रुपये में 200 बार गुजरा जा सकता है। अधिसूचना जारी करने के साथ ही इसकी ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू हो जाएगी। जिले के सभी टोल पर 15 अगस्त से व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।




