बरेली । बहेड़ी के एमजी इंटर कॉलेज के शिक्षक डॉ. रजनीश गंगवार द्वारा विद्यार्थियों के समक्ष सुनाई गई कविता “तुम कांवड़ लेकर मत जाना, ज्ञान के दीप जलाना” पर हिंदू संगठनों की आपत्ति और दर्ज एफआईआर के बाद अब इस पूरे मामले में सामाजिक संस्था ‘पैनी नज़र’ की अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी रोहिलखंड प्रांत की उपाध्यक्ष एडवोकेट सुनीता गंगवार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि यह एफआईआर एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है, जिसका मकसद ओबीसी और एससी समाज के बच्चों को शिक्षा से दूर करके धार्मिक आयोजनों में उलझाए रखना है। सुनीता गंगवार के अनुसार, शिक्षक की कविता का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा, मानवता और समाज कल्याण के रास्ते पर प्रेरित करना था। मगर कुछ संगठन उसकी मूल भावना को तोड़-मरोड़ कर सियासी लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
सुनीता ने यह भी कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान जिस तरह से नाबालिग बच्चे सड़कों पर नशाखोरी और हुड़दंग में शामिल हो रहे हैं, वह पूरे देश के लिए चिंताजनक है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह न सिर्फ ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है, बल्कि इस प्रकार के मुद्दों पर एफआईआर दर्ज कराने में भी पुलिस को तुरंत सक्रिय कर देती है, जबकि आम लोगों की शिकायतें नजरअंदाज होती हैं।
सुनीता गंगवार ने कहा कि इस कविता की भावना को देशभर में सराहना मिल रही है, और यह मामला स्पष्ट रूप से “धार्मिक भावना नहीं, धार्मिक सियासत” से जुड़ा है।
रिपोर्ट: भीम मनोहर, बरेली
