बरेली। मिनी बाईपास स्थित कई अस्पताल एक बार फिर जांच के दायरे में आ गए हैं। अग्निशमन विभाग ने ऐसे अस्पतालों की सूची तैयार की है जिनके पास आज तक फायर एनओसी नहीं है। विभाग की जांच में सामने आया है कि कुछ अस्पताल वर्षों से बिना अनुमति के ही संचालित हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, एक अस्पताल में वर्ष 2018 में आग लगने की घटना हुई थी, लेकिन इसके बावजूद उस अस्पताल ने आज तक फायर एनओसी नहीं ली। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए विभाग ने अपनी कार्रवाई शुरू की है।
दमकल अधिकारी मनु शर्मा ने बताया कि मिनी बाईपास स्थित एक अस्पताल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। पता चला कि अस्पताल में बेसमेंट में ही ऑपरेशन थिएटर (ओटी) चलाया जा रहा है, जो सुरक्षा मानकों का खुला उल्लंघन है।
संबंधित अस्पताल संचालक ने निरीक्षण के बाद फायर एनओसी के लिए आवेदन भी किया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी अस्पताल की इमारत, सुरक्षा उपकरण और अन्य मानकों की जांच में जुट गया है।
400 अस्पताल, सिर्फ 250 के पास ही फायर एनओसी
विभागीय सूत्रों के अनुसार, पूरे जिले में करीब 400 अस्पताल एवं क्लीनिक संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 250 अस्पताल ही फायर एनओसी प्राप्त की हैं। बाकी अस्पताल बिना एनओसी और सुरक्षा मानकों के बिना ही मरीजों को सेवाएं दे रहे हैं, जो गंभीर जोखिम का कारण है।विभाग ने संकेत दिया है कि जल्द ही ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो फायर सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग से भी सहयोग लिया जायेगा।



