बरेली। भोजीपुरा विधानसभा के परधौली गांव में सहायक अध्यापक और बीएलओ सर्वेश कुमार गंगवार की हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद कांग्रेस ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए आज जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को बरेली में एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) अभियान की अंतिम तिथि बढ़ाने और मृतक बीएलओ सर्वेश कुमार गंगवार के परिवार के लिए विशेष सहायता की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन को जिला उपाध्यक्ष मुजम्मिल राजा एडवोकेट ने पढ़कर सुनाया। कांग्रेस ने कहा कि 4 दिसंबर की अंतिम तिथि बेहद कम है, जिसके कारण सुपरवाइजरों और बीएलओ पर अत्यधिक दबाव बन गया है।
ज्ञापन से पहले रामपुर गार्डन स्थित कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित बैठक में जिला कांग्रेस अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने कहा कि सर्वेश गंगवार की हार्ट अटैक से मौत ने यह साबित कर दिया है कि सरकार और चुनाव आयोग का दबाव बीएलओ की जान ले रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवार सर्वेश के परिवार के साथ खड़ा है और न्याय दिलाने के लिए हर संघर्ष करेगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व महापौर प्रत्याशी डॉ. के.बी. त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश में कई बीएलओ मानसिक दबाव झेल रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 48 घंटे के भीतर सर्वेश गंगवार के बच्चों को एक करोड़ की एफडी और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं दी गई तो कांग्रेस आमरण अनशन शुरू करेगी।
महानगर अध्यक्ष दिनेश दद्दा एडवोकेट ने कहा कि 2003 की मतदाता सूची से जुड़ी जानकारी भरना आम मतदाताओं के लिए बड़ी चुनौती है और इतने कम समय में पुनरीक्षण संभव नहीं। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि करोड़ों मतदाताओं के डेटा को अपडेट करने में कम से कम छह महीने की आवश्यकता है।
बैठक में कृष्णकांत शर्मा, जिया उर रहमान, डॉ. हरीश गंगवार, इकबाल रजा, रमेश श्रीवास्तव सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे।



