बरेली। थाना बारादरी पुलिस ने वीज़ा नवीनीकरण के लिए फर्जी एफआरआरओ (FRRO) प्रमाणपत्र लगाने वाले नाइजीरिया के छात्र यूसुफ बाला मुस्तफा को गिरफ्तार कर लिया है। उसका साथी अयूब अली, जो दक्षिणी सूडान का निवासी है, को भी मामले में नामजद किया गया है।

दोनों छात्रों में से एक रुहेलखंड यूनिवर्सिटी तो दूसरा पंजाब की यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था ।17 नवंबर को बारादरी पुलिस ने फर्जी दस्तावेज लगाकर वीज़ा अवधि बढ़ाने की कोशिश की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था। विवेचना उपनिरीक्षक सौरभ तोमर को सौंपी गई, जिनकी जांच में पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया।
पता चला कि यूसुफ पहले अमृतसर की सिटी यूनिवर्सिटी में बीसीए कोर्स कर रहा था और बाद में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बीएमएस में दाखिला लिया , लेकिन उसने संस्थान बदलने की सूचना एफआरआरओ को नहीं दी। वीज़ा नवीनीकरण के लिए उसने अपने साथी अयूब अली द्वारा कंप्यूटर पर एडिट किए गए कूटरचित एफआरआरओ अनुमोदन पत्र का इस्तेमाल किया।
पूछताछ में यूसुफ ने दस्तावेज फर्जी होने की बात स्वीकार भी की है। एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि नाइजीरिया का छात्र वीज़ा अवधि बढ़ाने के लिए फर्जी एफआरआरओ का इस्तेमाल कर रहा था। आरोपी यूसुफ बाला मुस्तफा को गिरफ्तार किया गया है, जबकि साथी अयूब अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मामले में आगे की कार्रवाई जारी है। पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने 19 नवंबर को यूसुफ को गिरफ्तार कर न्यायालय में रिमांड हेतु पेश किया। गिरफ्तारी की सूचना उसके पिता, यूनिवर्सिटी प्रशासन, इंटेलिजेंस ब्यूरो और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट सहित सभी संबंधित एजेंसियों को भेज दी गई है।
एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले नाइजीरिया के छात्र ने वीज़ा अवधि बढ़ाने के लिए फर्जी एफआरआरओ दस्तावेज का इस्तेमाल किया था। आरोपी यूसुफ बाला मुस्तफा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके साथी और सूडान निवासी अयूब अली के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में अग्रिम कार्रवाई जारी है।




