बरेली। अखिलेश यादव की आगामी बरेली यात्रा से पहले आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने बड़ा राजनीतिक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) को चाहिए कि वह 2027 विधानसभा चुनाव में किसी मुसलमान चेहरे को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करे।
मौलाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 20 प्रतिशत मुसलमान, 7 प्रतिशत यादव और अन्य समुदायों ने मिलकर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव को कई बार सत्ता में पहुंचाया, लेकिन अब तक मुसलमानों को नेतृत्व से वंचित रखा गया है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने सपा को खड़ा नहीं किया बल्कि बनी बनाई पार्टी पर आकर बैठ गए। सपा को खड़ा करने में शिवपाल यादव और आजम खां की भूमिका अहम रही, लेकिन अखिलेश ने इन्हें हाशिए पर डाल दिया।
रज़वी ने आरोप लगाया कि जबसे अखिलेश यादव ने पार्टी की कमान संभाली है, तबसे सपा को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के वोटों से सपा को ताकत मिली, मगर टिकट बंटवारे में मुसलमानों के साथ हमेशा भेदभाव हुआ।
मौलाना ने मांग की कि अखिलेश यादव जल्द पार्टी की कार्यकारिणी बैठक बुलाएं और उसमें मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव पारित करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 2027 में मुसलमानों की आबादी के अनुपात में टिकट नहीं दिए गए, तो सपा के अंदर ही बगावत हो जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी नेता का किसी मुसलमान के घर खाना खा लेना पूरी कौम का भला नहीं कर सकता। मुसलमान अब जागरूक है और समझता है कि असली हक तभी मिलेगा जब सत्ता में भागीदारी होगी।




