बरेली। समाजवादी पार्टी के सम्भल विधायक नवाब इकबाल महमूद के बयान को लेकर देशभर में चल रही चर्चा के बीच अब बरेली के इस्लामी धर्मगुरु और ऑल इंडिया जमात रजवी मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रजवी बरेलवी भी उनके समर्थन में उतर आए हैं।
मौलाना ने कहा कि अगर भारत अखंड भारत होता, यानी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश भारत का हिस्सा बने रहते, तो मुसलमानों की आबादी अधिक होती और संभव है कि आज कोई मुसलमान देश का प्रधानमंत्री होता।
मौलाना शाहबुद्दीन ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि जहां जिसकी आबादी होती है, वहां उसके हिसाब से व्यवस्थाएं बनती हैं। जो बहुसंख्यक होता है, वह मनमाफिक तरीके से काम करता है, जबकि जिसकी आबादी कम होती है, वह अक्सर दबा और कुचला रहता है।
उन्होंने सपा विधायक इकबाल महमूद की बात का समर्थन करते हुए कहा कि यह एक सच्चाई है कि भारत में आज मुसलमानों की आबादी कम होने के कारण पिछले 77 सालों में कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री नहीं बन सका।
मौलाना ने आगे कहा कि राजनीति में एक पुराना सिद्धांत है — जिसकी जितनी भागीदारी, उतनी ही हिस्सेदारी। इसी वजह से आज भी मुस्लिम समुदाय शीर्ष पदों से वंचित है।मौलाना रजवी के इस बयान ने एक बार फिर अखंड भारत और धार्मिक प्रतिनिधित्व की बहस को गर्म कर दिया है।




