बरेली। बरेली नगर निगम में एवीबीपी कार्यकर्ताओं और कर्मचारियों के बीच हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ गया है। नगर निगम के कर्मचारियों ने नगर आयुक्त के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। कर्मचारियों ने साफ-सफाई का काम पूरी तरह से रोक दिया है, जिससे शहर में कूड़ा न उठने की स्थिति बन गई है।

प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि जब तक एवीबीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीते दिन नगर निगम कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एवीबीपी के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी, जिसकी अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है।

नगर निगम कर्मचारी ने बताया, “हमारी मांग है कि जो लोग अधिकारी और स्टाफ से दुर्व्यवहार कर रहे हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई हो। जब तक एफआईआर दर्ज नहीं होती, तब तक हम काम पर नहीं लौटेंगे।”
वहीं, नगर आयुक्त संजीव मौर्य ने कहा कि, “कुछ दिन पहले एवीबीपी के कार्यकर्ताओं ने स्मार्ट ऑडिटोरियम निगम से किराए पर लिया था, लेकिन वे शुल्क नहीं देना चाहते थे। जब उन्हें नियम के अनुसार भुगतान करने के लिए कहा गया तो उन्होंने कार्यालय में आकर हंगामा किया और मारपीट की।”
अब सवाल यह है कि इस विवाद में कौन सही और कौन गलत है, लेकिन इस टकराव का खामियाजा बरेली के नागरिकों को भुगतना पड़ सकता है , क्योंकि नगर निगम के ठप होने से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।




