कमलेश शर्मा
यूपी के शाहजहांपुर में इनदिनों सोशल मीडिया और कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर यह खबर प्रसारित की जा रही थी कि सिधौली थाना क्षेत्र के नियामतपुर गांव में पिछले 37 वर्षों से कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ और सभी विवाद आपसी सहमति से निपटा लिए जाते हैं। शाहजहांपुर पुलिस ने इस दावे को गलत और भ्रामक बताया है।
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने जानकारी दी कि नियामतपुर गांव में पिछले वर्ष चार और इस वर्ष अब तक दो मुकदमे गंभीर धाराओं में दर्ज किए गए हैं। ऐसे में यह कहना कि गांव में दशकों से कोई मामला दर्ज नहीं हुआ, पूरी तरह तथ्यों के विपरीत है।
उन्होंने बताया कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि गांव में कभी गोलीबारी नहीं हुई और बड़े विवाद सामने नहीं आए। जबकि वास्तविकता यह है कि नियामतपुर में समय-समय पर अपराध संबंधी घटनाएं दर्ज की जाती रही हैं और पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई भी की है।
करीब डेढ़ हजार की आबादी वाले इस गांव को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाओं पर पुलिस ने साफ किया है कि तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत न किया जाए और केवल वास्तविक जानकारी ही साझा की जाए
