नयी दिल्ली: लोकसभा में सोमवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित चुनावी धांधली के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे से लगातार गतिरोध बना रहा। कांग्रेस समेत विपक्षी सदस्य बिहार में एसआईआर को लेकर चर्चा की मांग पर अड़े रहे। वहीं, हंगामे के बीच सदन ने आयकर (संख्यांक-2) विधेयक 2025, कराधान विधि (संशोधन) विधेयक 2025, खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2025, राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक 2025 को ध्वनि मत से पारित कर दिया।
सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए आसन के समीप पहुंच गए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों को कहा कि विरोध संसद परिसर के बाहर करें और सदन को विधायी कामकाज के लिए चलने दें। लेकिन शोर-शराबा न थमने पर कार्यवाही पहले दोपहर 2 बजे तक और फिर दोबारा शाम 4 बजे तक स्थगित की गई।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए आयकर विधेयक को पेश करते हुए बताया कि यह आयकर अधिनियम, 1961 का स्थान लेगा, जबकि कराधान विधि (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य एकीकृत पेंशन योजना के अंशधारकों को कर छूट देना है। खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने खान और खनिज संशोधन विधेयक पेश किया। खेल संबंधी विधेयकों को 23 जुलाई को पेश किया गया था और आज संक्षिप्त चर्चा के बाद पारित कर दिया गया।
उधर, एसआईआर के विरोध में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद से निर्वाचन आयोग तक मार्च निकालने का प्रयास किया, जिन्हें संसद मार्ग पर रोका गया और बाद में हिरासत में लेकर छोड़ दिया गया। सरकार का रुख है कि निर्वाचन आयोग से जुड़े विषयों पर लोकसभा में चर्चा संभव नहीं, जबकि विपक्ष का कहना है कि चुनावी धांधली जैसे व्यापक मुद्दों पर पहले भी चर्चा हो चुकी है और इस बार भी कराई जानी चाहिए।
