श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा के अवसर पर ब्रज संस्कृति के साथ बुंदेलखंड और राजस्थानी कला की झलक दिखाई देगी। 250 से अधिक कलाकार 15 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मस्थान के आसपास संयुक्त रूप से अपनी लोक कला का प्रदर्शन करेंगे।
अबकी बार श्री कृष्णोत्सव का आयोजन 15-17 अगस्त को होगा। इसकी तैयारी तेजी से चल रही है। बुधवार को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह की अध्यक्षता में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारी को लेकर परिषद सभागार में बैठक हुई। इस दौरान उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मस्थान से गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, मान मंदिर बरसाना से सुनील शर्मा मान मंदिर बरसाना, नवीन मित्तल, अमित जैन, अनूप शर्मा, शिव कुमार गुप्ता संस्कार भारती के साथ लोक कलाकारों की शोभायात्रा को लेकर चर्चा की।
बैठक में तय हुआ कि शोभायात्रा 15 अगस्त को सुबह 10 बजे आरंभ होकर 12 बजे समाप्त हो जाएगी। इसका आयोजन स्थल परम्परागत क्षेत्र श्रीकृष्ण जन्मस्थान मुख्य गेट, पोतरा कुंड, गोविंद नगर, डींग गेट मार्ग रहेगा। शोभायात्रा में आध्यात्मिकता के साथ राष्ट्रीयता का भी समावेश किया जाएगा। सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि शोभायात्रा में 250 से अधिक कलाकार शामिल होंगे। इसमें राजस्थान, हरियाणा, बुंदेलखंड के साथ ब्रज के कलाकार भी है। स्थानीय कलाकारों को प्रमुखता दी गई है।
शोभायात्रा में शामिल कलाकार बुंदेलखंड का राई नृत्य, राजस्थान का कच्ची घोड़ी नृत्य, गूजरी नृत्य करते हुए निकलेंगे। ब्रज के कलाकर बंब नगाड़े, ढोल, बीन, शहनाई, डमरू- मजीरा पर अपनी प्रस्तुति देंगे। बहरूपिया के रूप में भी ब्रज के कलाकारों की प्रस्तुति रहेगी। मान मंदिर बरसाना, इस्कान वृंदावन सहित विभिन्न मंदिरों की भजन मंडली शोभायात्रा में भक्ति का रस बिखेरेंगी।
बैठक के दौरान स्वागत स्थल चयनित करने की जिम्मेदारी गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी को दी गई, जो सामाजिक लोगों के साथ शोभायात्रा में शामिल कलाकारों के स्वागत की रुपरेखा बनाएंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अपर सीईओ मदन चंद दुबे, डिप्टी सीईओ सतीश चंद, पर्यावरण विशेषज्ञ मुकेश शर्मा, वित्त अधिकारी विनय सिंह, डा उमेश शर्मा, चंद्र प्रताप सिकरवार, नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी अमित कुमार, रामवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
