बरेली।
पति पत्नी को पूर्णा देवी दर्शन के बहाने ले गया था अपने साथ
वजीरगंज क्षेत्र के गांव व्यूली निवासी ओम शरण अपनी पत्नी अमरवती के साथ पूर्णागिरि दर्शन के लिए लेकर गया था । जब वह बुद्धवार देर रात वह ससुराल मोतीपुरा पहुंचे और वहां से बाइक से अपने गांव रवाना हो गए। रास्ते में कंन्थरी मंदिर के पास पत्नी की उसने हत्या कर दी। वहीं
ओम शरण ने शुरू में पुलिस को उलझाने के मकसद से बताया कि कुछ बदमाशों ने उन्हें लूटने की कोशिश की और मारपीट में उसकी पत्नी की मौत हो गई। लेकिन जांच में जब पुलिस ने तह तक जाने की कोशिश की, तो सारी कहानी फर्जी निकली।
एसपी ग्रामीण अंशिका वर्मा ने खुलासे में यह बताया
एसपी ग्रामीण आंशिका वर्मा ने बताया कि महिला के शरीर से ज्यादातर जेवरात गायब नहीं थे। सिर्फ एक कान का टॉप्स गायब था, जबकि पति ओम शरण बार-बार अपने बयान बदल रहा था। लूट की पूरी कहानी में विरोधाभास नजर आ रहे थे। इसी आधार पर पुलिस को शक गहराया।एसपी ग्रामीण अंशिका वर्मा ने यह भी बताया कि जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गया और पूरी साजिश कबूल कर ली। उसने बताया कि उसकी एक महिला से पिछले छह महीने से प्रेम-प्रसंग चल रहा था और पत्नी इस रिश्ते में बाधा बन रही थी। इसलिए उसने प्रेमिका के साथ मिलकर पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
प्रेमिका भी गिरफ्तार, साजिश में रही पूरी तरह शामिल
इस मामले में पुलिस ने ओम शरण की महिला प्रेमिका को भी गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि हत्या की साजिश दोनों ने मिलकर रची थी। हत्या के बाद पति ने इसे लूट की वारदात का रूप देने की कोशिश की ताकि पुलिस गुमराह हो जाए।
महिलाओं की नहीं, इस बार पति की बेवफाई निकली जानलेवा
आमतौर पर अपराध की कहानियों में पत्नी की बेवफाई और उस पर पति की प्रतिक्रिया देखने को मिलती है, लेकिन इस मामले में पति की बेवफाई ने एक महिला की जान ले ली। बरेली पुलिस की सतर्कता और गहन जांच से यह मामला सुलझ सका और अब दोनों आरोपी सलाखों के पीछे हैं।
