पीलीभीत
पीलीभीत के थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के गांव रायपुर बिचपुरी निवासी तफरुल हसन पुत्र जकरुल हसन की गांव में फर्नीचर की दुकान हैं। उन्होंने बताया कि रोज की तरह सोमवार रात वह परिवार समेत खाना खाने के बाद घर में सो गए। उनका दो वर्षीय पुत्र जियान उनके साथ कमरे में सो रहा था। छोटा पुत्र रियान कमरे के बाहर अपनी मां के साथ सोया था।
तफरुल के मुताबिक देर रात वह लघुशंका के लिए उठे। लघुशंका करने के बाद वह लौटकर कमरे में पहुंचे होंगे। तभी पांच नकाबपोश बदमाश दीवार कूदकर उनके घर में घुस गए। बदमाशों ने पहले तफरुल की कनपटी पर तमंचा टेककर जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने उनके घर में रखे जेवर और नकदी लूट लिए। तफरुल ने विरोध करने की कोशिश की तो बदमाशों ने बेड पर लेटे उनके बेटे जियान की गर्दन पर चाकू रख दिया और जान से मारने की धमकी दी।
इससे घबराकर तफरुल ने कमरे में रखी अलमारी की ओर इशारा किया। इस पर बदमाशों ने करीब नौ तोला सोने के जेवर और 42 हजार रुपये लूट लिए। खास बात यह रही कि बदमाशों ने चांदी के जेवरों को छुआ तक नहीं। बदमाशों के चले जाने के बाद घटना की सूचना डायल 112 पुलिस को दी गई। डकैती की वारदात का पता लगने के बाद गांव के तमाम लोग मौके पर जमा हो गए। सूचना मिलने पर थाना सेहरामऊ उत्तरी पुलिस भी मौके पर जा पहुंची। गृहस्वामी तफरुल ने बताया कि बदमाश उनके घर में पीछे की दीवार कूदकर घुसे थे। पीड़ित ने कार्रवाई के लिए पुलिस को तहरीर दी है।
वारदात के दौरान घर में बेसुध सोते रहे परिवार वाले
परिजनों का कहना है कि वारदात के दौरान तफरुल को छोड़कर घर में मौजूद सभी लोग सोते रहे। बदमाश हाथ-पैर बांधने के बाद मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे बेड के नीचे फेंक गए थे। देर रात जागने पर तफरुल की बहन ने कमरे की लाइट बंद देखी तो अपनी भाभी को जगाया। पत्नी और बहन कमरे में गई तो बेड पर अकेला बेटा लेटा था। कुछ आहट होने पर उन्होंने बेड के नीचे देखा तो तफरुल बंधे पड़े थे। पत्नी और बहन ने उन्हें बाहर निकाला और हाथ पैर खोले। तफरुल ने घटना के बारे में परिवार के बाकी लोगों को बताया।
सेहरामऊ उत्तरी इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वारदात को लेकर जांच पड़ताल की। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध माना जा रहा है। फिलहाल सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
