सर्वदलीय बैठक में सरकार-विपक्ष के बीच सहमति का प्रयास, विपक्ष ने उठाए कई अहम मुद्दे
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले सरकार ने बड़ा संकेत दिया है कि वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सहित सभी अहम मुद्दों पर चर्चा को तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि विपक्ष द्वारा उठाए गए हर विषय पर सरकार सदन में जवाब देने को पूरी तरह से तैयार है।
बैठक के दौरान रीजीजू ने बताया कि सरकार चाहती है कि संसद शांतिपूर्ण ढंग से चले और सभी दल अपनी बात रखें। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस सत्र में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विस्तार से बयान देंगे।
विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि प्रधानमंत्री खुद ट्रंप के बयान, पहलगाम हमले की चूक और बिहार में मतदाता सूची (एसआईआर) से जुड़ी शंकाओं पर सदन में बयान दें। उनका कहना था कि एसआईआर से लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, और इस पर चुप्पी उचित नहीं है।
रीजीजू ने कहा कि सत्र में सरकार 17 महत्वपूर्ण विधेयक लाने जा रही है, और छोटे दलों को भी बोलने के लिए पर्याप्त समय देने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाना सभी दलों की संयुक्त जिम्मेदारी है।
बैठक में कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा, सपा, अन्नाद्रमुक, शिअद, आरपीआई समेत विभिन्न दलों के 54 सांसदों और नेताओं ने हिस्सा लिया।
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