बरेली।107वें उर्स-ए-रज़वी की आमद के मौके पर बरेली हज सेवा समिति ने एक अनोखी पहल करते हुए पर्यावरण संरक्षण को समर्पित पौधरोपण अभियान की शुरुआत की है। समिति ने सभी अकीदतमंदों से अपील की है कि इस वर्ष उर्स के शुभ अवसर पर 107 पेड़-पौधे लगाए जाएं, ताकि इस धार्मिक आयोजन को सिर्फ इबादत ही नहीं, बल्कि इंसानियत और प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक भी बनाया जा सके।
बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खां वारसी ने कहा कि, “पौधरोपण सिर्फ एक प्रतीकात्मक कार्य नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है आने वाली नस्लों के लिए एक बेहतर और संतुलित पर्यावरण सुनिश्चित करने की। आला हज़रत ने अपने इल्म और फिक्र से पूरी दुनिया को रौशन किया है, और उनकी याद में लगाए गए हर पौधे से सिर्फ हरियाली नहीं, बल्कि फैज़ और अमन का पैग़ाम भी मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को चाहिए कि वह इस मुहिम में अपनी भागीदारी निभाए। एक छोटा सा पौधा बड़ा परिवर्तन ला सकता है। चलिए मिलकर एक हरित भविष्य की ओर कदम बढ़ाएं और धरती को हरा-भरा बनाएं।
इस कड़ी में सिविल लाइन स्थित नोमहला परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रमुख व्यक्तित्वों की उपस्थिति रही।
मुख्य रूप से मौलाना हसन रज़ा, हाजी साकिब रज़ा खां, मोहम्मद क़ासिम रज़वी, नईम खान, हाजी यासीन कुरैशी, नजमुल एसआई खान समेत अन्य लोगों ने इस पुनीत कार्य में हिस्सा लिया।
यह अभियान ना केवल आला हज़रत के फैज़ को हरियाली से जोड़ता है, बल्कि समाज को भी एक नई दिशा और संदेश देता है कि ईमान, इल्म और इंसानियत के साथ पर्यावरण की हिफाजत भी जरूरी है।
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