ओमकार गंगवार
मीरगंज (बरेली)। प्रदेश सरकार गरीब महिलाओं को कामकाज से जोड़कर उनके आर्थिक उत्थान हेतु ग्रामीण अंचल में समूहों का संचालन करा रही है।जिससे महिलाएं अपने परिवार के आर्थिक विकास में सहयोगी बन सकें। लेकिन कहीं कहीं सुनने में आ रहा है कि जिम्मेदारों की उदासीनता और समूह में शामिल जिम्मेदार महिलाओं की करतूतों से समूह में शामिल महिला सदस्या संचालन से मुंह मोड़ने लगी हैं।
ऐसा ही एक मामला मीरगंज सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंची अपर जिलाधिकारी पूर्णिमा सिंह के समक्ष पहुंचा। जिनके समक्ष पहुंची मीरगंज विकास खंड के गांव ठिरिया खुर्द की प्राची समूह की महिलाओं ने अपनी व्यथा सुनाई। और उन्होंने शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपकर समूह का संचालन बंद करने तक की गुहार लगा दी।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में एडीएम ई पूर्णिमा सिंह के सामने पहुंची गांव ठिरिया खुर्द में संचालित प्राची स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सीताकली, नगीना, भगवान देई, लक्ष्मी, वीरवती विमलेश, गीता आदि ने कहा कि समूह की सदस्या सीता कली विगत 18 जुलाई 2025 को समूह के खाते से 6000 रूपये निकलने हेतु बैंक शाखा गई थी।
और उसने जैसे ही रूपय खाता से आहरण किए कि उसी समय बैंक में ही समूह की अध्यक्षा गीता रानी ने रूपये छीन लिए। महिलाओं का कहना रहा कि प्राची समूह विगत तीन वर्षों से संचालित है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई भी वित्तीय सहायता अभी तक हांसिल नहीं हुई है। महिलाओं का आरोप है कि जो भी सरकारी सहायता समूह को प्राप्त होती है, उसे समूह की तीन पदाधिकारी महिलाएं ही हड़प कर लेती हैं। और उनका आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
महिलाओं ने प्राची स्वयं सहायता समूह संचालित करने की असमर्थता जताई है। और समूह बंद किए जाने की मांग की है। एडीएम ई ने इस मामले में समस्या समाधान हेतु खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया है।
