बरेली।सावन के पहले सोमवार को बरेली में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए अमन कमेटी के मुस्लिम भाइयों ने कांवड़ियों का फूलों से स्वागत किया और उन्हें पानी की बोतलें बांटीं। यह कार्यक्रम अलखनाथ मंदिर के पास रेलवे क्रॉसिंग के समीप आयोजित किया गया, जहाँ से हजारों शिवभक्त जलाभिषेक के लिए गुजरते हैं।
अमन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. क़दीर अहमद ने बताया कि बरेली की पहचान हमेशा से गंगा-जमुनी तहज़ीब रही है। उन्होंने कहा, “जिस तरह मोहर्रम पर हिंदू भाइयों ने ताजियों पर फूल बरसाए थे, उसी तरह आज सावन के पहले सोमवार पर मुस्लिम समाज ने शिवभक्तों का फूलों से स्वागत कर भाईचारे और सौहार्द की मजबूत मिसाल कायम की है।”
इस पुनीत पहल में डा. क़दीर अहमद, पकीज़ा खान, खुशनुमा खान, शाहरुख खान, मोन खान, मो. अनस, दिनेश बाजपेई और नीरज रस्तोगी ने सहभागिता निभाई। अमन कमेटी की ओर से सभी सहयोगकर्ताओं का आभार व्यक्त किया गया।
वहीं, जोगी नवादा क्षेत्र का वर्षों पुराना विवाद भी पुलिस प्रशासन के प्रयासों से शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया, जिससे समाज में शांति और विश्वास का वातावरण और मजबूत हुआ।
बरेली शहर ने एक बार फिर यह साबित किया कि यहां आस्था और अपनापन धर्म की सीमाओं से ऊपर है। शिवभक्तों पर मुस्लिम समाज द्वारा पुष्पवर्षा न सिर्फ एक धार्मिक सौहार्द का प्रतीक बनी, बल्कि यह संदेश भी दे गई कि “धर्म हमें जोड़ता है, तोड़ता नहीं।”
