पीलीभीत: जनपद के किसान अब उन्नतशील नस्लों की गोयों की डेयरी खोल सकेंगे। किसानों को गैर राज्यों से उन्नतशील नस्ल वाली 10 देशी नस्ल की गाय खरीदकर लानी होगी। गायों की खरीद और डेयरी निर्माण में सरकार किसानों की मदद करेगी।
प्रदेश सरकार ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने एवं गौ पालकों को सशक्त बनाने के लिए मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना शुरू की है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाली स्वदेशी नस्लों की गायों का चयन कर हाइटेक डेयरी इकाइयों की स्थापना का निर्णय लिया है। योजना के तहत जिले में भी 10 गायों की क्षमता वाली हाइटेक डेयरी इकाइयों की स्थापना की जाएगी। हर इकाई पर लगभग 23.60 लाख का खर्च आएगा। जिसमें सरकार और लाभार्थी दोनों का योगदान होगा।
किसानों द्वारा केवल गिर, थारपारकर एवं साहीवाल जैसी उन्नतशील नस्ल वाली देशी नस्लों की गायें की खरीदी जाएंगी, जिनकी दुग्ध उत्पादन क्षमता अधिक होती है। ये गायें किसानों को ही गैर राज्यों से ही खरीदकर लानी होगी। मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत कैटल शेड और अन्य आधारभूत संरचनाओं का निर्माण आधुनिक तकनीक से कराया जाएगा। 23.60 लाख रुपये की लागत से बनने वाली इस डेयरी के लिए सरकार किसानों को 50 फीसदी अनुदान देगी।
यह अनुदान के राशि किसानों को तब मिलेगी, जब वे निर्धरित लेआउट पर कैटल शेड का निर्माण करा लेंगे। इसके अलावा किसानों को आधुनिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे वे नए तकनीकी साधनों का उपयोग कर अपने पशुओं की देखभाल और प्रबंधन कर सकें। मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत पीलीभीत जनपद को 08 डेयरी का लक्ष्य दिया गया है। आवेदन प्रक्रिया 14 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त चलेगी। इच्छुक किसान नंदबाबा दुग्ध मिशन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीके त्यागी शासन द्वारा मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत बनने वाली आधुनिक डेयरी के लिए पशुपालकों को नियमानुसार 50 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। जनपद को 08 डेयरी का लक्ष्य मिला है। इच्छुक पशुपालक 13 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
