रायपुर।
राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सात जुलाई को रायपुर स्थित विशेष अदालत में दाखिल चौथे पूरक आरोपपत्र में इन अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि इन अधिकारियों की मिलीभगत से भारी मात्रा में बिना ड्यूटी अदा किए देशी शराब की बिक्री की गई और इसमें कमीशन के नाम पर करोड़ों की अवैध कमाई की गई।
जांच एजेंसियों का कहना है कि शुरूआती आकलन में घोटाले की राशि करीब 2161 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन ताजा जांच में यह रकम 3200 करोड़ रुपये से भी अधिक पाई गई है। यह घोटाला मुख्य रूप से उन 15 जिलों में हुआ, जहां देशी शराब की खपत अधिक थी।
इस मामले में अब तक पांच आरोपपत्र दाखिल हो चुके हैं और कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में पूर्व आबकारी मंत्री और वर्तमान कांग्रेस विधायक कवासी लखमा, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और विजय भाटिया शामिल हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार में हुए सभी घोटालों की जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
