1.44 करोड़ के आर्थिक घोटाले की आरोपी, इंटरपोल नोटिस के बाद आई गिरफ्त में
नई दिल्ली।देश के सबसे चर्चित आर्थिक अपराध मामलों में से एक में फरार चल रही मोनिका कपूर को 25 साल बाद आखिरकार CBI ने अमेरिका से प्रत्यर्पित कर लिया है। आरोपी को अमेरिकी एजेंसियों की मदद से हिरासत में लिया गया और सीबीआई की टीम उसे लेकर भारतीय एयरलाइंस की फ्लाइट AA-292 से भारत ला रही है।
सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक, मोनिका कपूर ने अपने भाइयों राजन खन्ना और राजीव खन्ना के साथ मिलकर वर्ष 1998 में आभूषण निर्यात से जुड़े फर्जी दस्तावेज तैयार किए और उसका इस्तेमाल कर 6 रिप्लेनिशमेंट लाइसेंस हासिल किए। इन लाइसेंसों को उन्होंने दीप एक्सपोर्ट्स, अहमदाबाद को प्रीमियम पर बेच दिया, जिससे कंपनी ने शुल्क मुक्त सोने का आयात किया। इस पूरे घोटाले से सरकारी खजाने को 1.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
घटना के बाद मोनिका कपूर भारत से फरार हो गई थी। इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। सीबीआई ने 31 मार्च 2004 को कपूर और उसके भाइयों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। अमेरिका में उसकी मौजूदगी की पुष्टि के बाद प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जो अब सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई।
26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर राणा की हिरासत बढ़ी
दिल्ली की एक अदालत ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शामिल तहव्वुर हुसैन राणा की न्यायिक हिरासत 13 अगस्त तक बढ़ा दी है। आरोपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया।
राणा, डेविड हेडली का करीबी माना जाता है और उसका प्रत्यर्पण हाल ही में अमेरिका से किया गया था, जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी।
