फतेहगंज पूर्वी (बरेली): गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. सुजीत प्रताप सिंह (पादप एवं कीट रोग विशेषज्ञ) और डाॅ. अरविन्द कुमार (वरिष्ठ गन्ना प्रजन्नक) ने द्वारिकेश शुगर इण्डस्ट्रीज लिमिटेड ने फतेहगंज पूर्वी के गांव हरेला, टिसुआ, गल्थुआ, नगला जस्सी, सिंधवा, शिवपुरी, रधौली, रम्मपुरा रतन, गुलाबनगर, चौढेरा, पढेरा, बेहरा और अमरेक इत्यादि में जाकर किसानों को फसलों में लगने वाले कीट और उनके बचाव के बारे में बताया।
इस मौके पर किसान शिवकुमार, मोहित दीक्षित, राजेश सिंह, मन्नु देव, श्रीकृष्ण, नरेश सिंह, ओम प्रकाश, नरेंद्र, राम किशोर, राम प्रताप, इरशाद और चमन खां आदि रहे। वैज्ञानिकों ने खेतों का भ्रमण कर गन्ने में लगने वाले कीट और रोग की पहचान एवं उसके निदान के बारे में कृषकों को विस्तार से बताया। साथ ही अस्वीकृत गन्ना प्रजातियों की बुवाई न करने की सलाह दी गयी।
वैज्ञानिकों ने कहा कि गन्ने में लगने वाले कीटों से किसान सावधान रहें। भ्रमण के दौरान द्वारिकेश चीनी मिल के मुख्य महाप्रबन्धक गन्ना पीके चतुर्वेदी, उपमहाप्रबन्धक गन्ना विकास दिनेश शर्मा, सहायक महाप्रबन्धक गन्ना उपेन्द्र कुमार उपाध्याय, मुख्य प्रबन्धक प्रवीन सिंह शेखावत एवं क्षेत्रीय अधिकारी उपस्थित रहे।
