बरेली। करोड़ों रुपये की स्मैक तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए तस्कर आदेश तिवारी की बरेली जिला जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब आदेश जेल में अपने परिजनों से मुलाकात कर रहा था। इस दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। जेल प्रशासन ने तुरंत आदेश को जिला अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार, आदेश तिवारी को हाल ही में थाना इज्जतनगर पुलिस और एसओजी की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया था। उसे मणिपुर से मॉर्फीन लाकर बरेली में स्मैक बनाने और बेचने के संगठित गिरोह का हिस्सा बताया गया था। इस मामले में उसके साथ अकरम, आसिफ, राशिद, हारुन और जावेद नामक पांच अन्य आरोपियों को भी पकड़ा गया था।
आदेश तिवारी फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के मनकरी गांव का निवासी था और उसके खिलाफ पहले से भी मादक पदार्थ तस्करी के मामले दर्ज थे। पुलिस के शुरुआती बयान के मुताबिक, आदेश की मौत हार्ट अटैक से होना प्रतीत हो रही है, लेकिन अंतिम पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी।
वहीं दूसरी ओर, आदेश के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि आदेश की तबीयत बिगड़ने के बावजूद उसे समय से इलाज नहीं मिल पाया, जिससे उसकी जान चली गई। परिवार का आरोप है कि समय रहते चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जाती तो आदेश की जान बचाई जा सकती थी।
इस घटना के बाद जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आदेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और प्रशासनिक स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है।
सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि बीते दिन तस्कर आदेश तिवारी के साथ 5 लोगों को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था। साथ ही मेडिकल कराने के बाद न्यायालय में पेश किया गया था ,जहां से सभी को जेल भेज दिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि जब आदेश अपने परिवार से जिला जेल में मिलाई कर रहा था। तभी उसकी तबियत बिगड़ गई। जिला जेल के डॉक्टरों ने उसकी नाजुक हालत देखते हुए जिला अस्पताल भेज दिया गया था जहां युवक की मौत हो गई थी।
