बरेली ।उत्तराखंड सरकार की ओर से कांवड़ यात्रा के दौरान खाद्य सुरक्षा को लेकर जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों पर अब विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं। इसी कड़ी में बरेली के मौलाना और ऑल इंडिया जमात संस्था के संयोजक ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आड़े हाथों लिया है।
मौलाना ने सीएम धामी पर तंज कसते हुए कहा कि “धामी जी और आसाम के सीएम योगी आदित्यनाथ से आगे निकलने की होड़ में हैं, लेकिन वह उनसे आगे नहीं निकल सकते। जिस प्रकार के फैसले लिए जा रहे हैं, वह लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ हैं।”
गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान साफ-सुथरे और शुद्ध भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। इन नियमों के तहत अगर कोई दुकानदार गुणवत्ता में लापरवाही करता है तो उस पर ₹2 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
इसके साथ ही सरकार ने एक और अहम आदेश में यह भी कहा है कि खाने-पीने का सामान बेचने वाले दुकानदारों को अपना नाम, पिता का नाम और पहचानपत्र के साथ फोटो पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। इस नियम से खासकर छोटे व्यापारी, ठेले और फड़ लगाने वाले प्रभावित हो रहे हैं।
मौलाना ने इस आदेश पर आपत्ति जताते हुए कहा कि “यह फैसला समुदाय विशेष को निशाना बनाने वाला प्रतीत होता है। धर्म के नाम पर व्यापारियों को डराया जा रहा है, जो बेहद निंदनीय है।” उन्होंने सरकार से इस आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
स्वास्थ्य सचिव एवं आतुक्त विभाग की ओर से जारी यह आदेश भले ही खाद्य सुरक्षा को लेकर हो, लेकिन इसके सामाजिक और धार्मिक प्रभावों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
