बरेली। श्री बिहारी जी मंदिर, बिहारीपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। कथा व्यास श्री व्योम त्रिपाठी जी महाराज (वृंदावन) ने भगवान विष्णु के वामन, परशुराम और श्रीराम अवतारों का वर्णन करते हुए श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई, जिसके उपरांत नंदोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
कथा में व्योम त्रिपाठी जी ने कहा कि भगवान को पाने के लिए ज्ञान और भक्ति दोनों ही मार्ग हैं, लेकिन भक्ति मार्ग सबसे सरल और प्रभावी है। उन्होंने नवधा भक्ति के नौ स्वरूपों—सत्संग, भजन, गुरु सेवा आदि—का विस्तार से उल्लेख किया। अजामिल प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने बताया कि भगवान का नाम स्मरण हर अवस्था में कल्याणकारी होता है।
श्रीकृष्ण जन्म कथा के बाद नंदोत्सव के दौरान भक्तों ने भजनों और नृत्य के साथ आनंदपूर्वक झूमते हुए भगवान का जन्मोत्सव मनाया। कथा स्थल ‘जय हो कुंज बिहारी लाल’ के जयकारों से गूंज उठा।
इस अवसर पर अतुल कपूर, सोनिया कपूर, अनूप मेहरोत्रा, अमित कपूर, संजीव गर्ग, रीना गर्ग, माया कपूर, कविता ओबराय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने कथा के माध्यम से अध्यात्मिक ऊर्जा और आनंद की अनुभूति की।
