शेरगढ़ (देवरनियाँ)।
एमएलसी बहोरन लाल मौर्य ने इस अवसर पर कहा कि 6 से 14 वर्ष के आयु वर्ग का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, यही इस अभियान का उद्देश्य है। उन्होंने सभी से मिलकर प्रयास करने की अपील करते हुए कहा, “जब हर नन्हें हाथ में किताब होगी, तभी देश का भविष्य उज्ज्वल होगा।”
रैली ब्लॉक मुख्यालय से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए अस्पताल बाईपास तिराहे तक पहुंची, जहां यह समाप्त हुई। इस रैली में हजारों छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा अधिकारियों ने भाग लिया। बच्चों ने प्रेरणादायक स्लोगनों जैसे “मम्मी-पापा मुझे पढ़ाना, विद्यालय में नाम लिखाना” और “आधी रोटी खाएंगे, स्कूल जरूर जाएंगे” के माध्यम से लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया।
प्रदर्शनी व सांस्कृतिक कार्यक्रम:
प्राथमिक विद्यालय रम्पुरा, डूंगरपुर देहात सहित कई स्कूलों की ओर से शैक्षिक स्टॉल लगाए गए, जिनका एमएलसी एवं अधिकारियों ने अवलोकन किया। युवा मंडल विद्यालय शेरगढ़ और प्राथमिक विद्यालय सुंदर गौंटिया के बच्चों ने सरस्वती वंदना और रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को आकर्षक बनाया।
सम्मान और सराहना:
अतिथियों का स्वागत फूल मालाओं, बैज एवं प्रतीक चिह्न भेंट कर किया गया। भीषण गर्मी के बावजूद रैली में बच्चों व शिक्षकों की भागीदारी देख एमएलसी ने उनकी सराहना करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार भारती को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने खुद भी बच्चों के साथ पैदल चलकर क्षेत्रवासियों से अपील की कि अपने बच्चों का विद्यालयों में नामांकन अवश्य कराएं।
विशिष्ट उपस्थिति:
इस अवसर पर चेयरमैन बुद्धसेन मौर्य, मंडलाध्यक्ष नंदराम राजपूत, बीडीओ सुखपाल सिंह, बीईओ मुकेश कुमार भारती, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गजेंद्र सिंह, एडीओ राजीव शर्मा, सीडीपीओ रामगोपाल वर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक आदित्य गौरव श्रीवास्तव समेत ब्लॉक के गणमान्य नागरिक, शिक्षक, अभिभावक और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
रैली की सफलता और जनसहभागिता ने इसे ब्लॉक शेरगढ़ के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन बना दिया।
