मीरगंज। थाना क्षेत्र के ललितपुरी मोहल्ले में दो पक्षों के बीच मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाली मीरगंज में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।प्रथम पक्ष के रोहित पुत्र गिरधारी लाल, निवासी ललितपुरी, ने शिकायत में बताया कि 21 मार्च की शाम 8:05 बजे वह मंदिर जा रहे थे।
रास्ते में उन्होंने देखा कि गाड़ी UP 25 CQ 9461 नाले में गिरी हुई थी। जब वे गाड़ी देखने के लिए रुके, तो वहां मौजूद सचिन उपाध्याय, उनके शाले और दो अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने उनके साथ जातिसूचक गालियां दीं और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में रोहित को गंभीर चोटें आईं। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे, तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले।पीड़ित रोहित ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट और मारपीट की धाराओं में कार्रवाई करने की मांग की है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वहीं, दूसरे पक्ष के सचिन उपाध्याय ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि 21 मार्च की रात 8:30 बजे जब वे तहसील रोड से घर जा रहे थे, तब उन्होंने रास्ते में झगड़ा होते देखा और उसे शांत कराने की कोशिश की। इसी दौरान वीरेंद्र पुत्र देवसिंह, अजय पुत्र नन्हे लाल, राकेश पुत्र रामचंद्र, रोहित पुत्र गिरधारी, ब्रजेश, रोहित की भाभी सहित चार अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने उन पर हमला कर दिया।सचिन उपाध्याय ने बताया कि वीरेंद्र से उनकी पुरानी रंजिश थी, क्योंकि वह कोर्ट केस में उसके विरोधी पक्ष के वकील हैं।
आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और चाकू से हमला करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें बचाया। सचिन उपाध्याय ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि आरोपी उन्हें एससी/एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं।
पुलिस ने दोनों पक्षों पर दर्ज किया मुकदमा
कोतवाली मीरगंज पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर मारपीट, जानलेवा हमला और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज कर लिए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों की भूमिका की निष्पक्ष जांच की जा रही है। जल्द ही मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
