बरेली। सूर्य देव का धनु राशि में विचरण के कारण गत माह 16 दिसंबर से विवाह आदि शुभ कार्यों पर विराम लग गया था। ऐसा इसलिए हुआ था जब सूर्य धनु राशि में गतिशील होते हैं तो वह महीना खरमास के नाम से जाना जाता है और ज्योतिष के अनुसार विवाह आदि मंगल कार्य खरमास में वर्जित माने जाते हैं। इसलिए पिछले एक महीने से सभी कार्य रुके हुए चल रहे थे। अब 15 जनवरी को खरमास समाप्त हो रहा है। यानी, अब मकर संक्रांति से बैंड बाजों के साथ शहनाईयां खूब गुंजेगी। ऐसी मान्यता है कि अशुभ मुहूर्त में किए गए विवाह का असर वैवाहिक जोड़े पर नकारात्मक पड़ता है। इसलिए शादी विवाह के लिए लोग शुभ मुहूर्त का ही चुनाव करते हैं।
ऐसे में शादी -विवाह, गृह प्रवेश, नवीन कार्य के लिए शुभ मुहूर्त 15 जनवरी से शुरू हो जाएंगे।भारतीय पंचांगों के अनुसार, वर्ष 2023 में विवाह के कुल 64 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। जनवरी में नौ और फरवरी में 12 शुभ मुहूर्त है। मार्च में विवाह के चार शुभ मुहूर्त हैं। मई में 15 तिथियां हैं। जून में कुल नौ शुभ तिथियां हैं।
जबकि जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्तूबर में शादी का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। नवंबर और दिसंबर में चार-चार शुभ मुहूर्त हैं।अगर देखा जाए तो स्वयं सिद्ध मुहूर्त जैसे अक्षय तृतीया,भडली नवमी, बसंत पंचमी से लेकर देवउठनी एकादशी मैं बड़ी संख्या में शादियां होती हैं। वैसे चातुर्मास को छोड़कर लगभग हर महीने शहनाइयां गूंजेंगी।
