समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओ के बीच जुबानी जंग हाल ही में संपन्न हुए मैनपुरी, रामपुर और खतौली उप चुनाव के नतीजे आने के बाद भी जारी है। इसकी शुरुआत समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा तब शुरू की गयी जब आज शुक्रवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक पर अपने शब्दों के बाण चलाए। अखिलेश ने कहा कि सुब्रत को पान और मसाला खाना छोड़कर कन्नौज के विकास पर ध्यान देना चाहिए। अखिलेश के तंज पर पलटवार करते हुए पाठक ने ट्वीट किया कि अच्छा होगा कि अखिलेश यादव वोदका पीना छोड़ दें ताकि उनकी बुद्धि ठीक रहे।
दरअसल आज शुक्रवार को मीडिया के एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा की मुंह में खैनी भरने वाले सुब्रत पाठक को खैनी खाना छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुंह में पान भरा होने के कारण लोकसभा में कन्नौज के विकास की बात नहीं कर पाते है। मुंह में इतना मसाला भर लेंगे तो विकास की बात क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि इटावा में सुब्रत की बहुत रिश्तेदारी है, रिश्तेदार भी जानते होंगे सपा ने वहां कितना विकास कराया। अखिलेश द्वारा दिए गए इस बयान पर सपा अध्यक्ष को घेरते हुए सुब्रत ने कहा की पान का प्रयोग हिंदुओं की पूजा में होता है। इसमें सुपारी, कत्था, लौंग, इलायची और कन्नौज के पवित्र फूलों के इत्र पड़ते है। उन्होंने कहा कि अच्छा हो कि अखिलेश यादव वोदका पीना छोड़ दें ताकि उनकी बुद्धि ठीक रहे। उन्होंने कहा कि अखिलेश के जीवन के बहुत से किस्से कन्नौज में आज भी हैं।