बरेली। उत्तर प्रदेश भारत के पर्यटन का केंद्र है — यह बात डीओ स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव ने ‘सर्व सेफ़ फ़ूड’ प्रोजेक्ट के विस्तार कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, ऐसे में स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है।
नेस्ले इंडिया ने अपने ‘सर्व सेफ़ फ़ूड’ प्रोजेक्ट के भौगोलिक विस्तार के तहत एफडीए और एनएएसवीआई के सहयोग से लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, आगरा और पीलीभीत सहित छह ज़िलों में 4,200 से अधिक स्ट्रीट फूड वेंडर्स को प्रशिक्षण दिया है। इस पहल का उद्देश्य फूड वेंडर्स को स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा के मानकों के प्रति जागरूक बनाना है।
नेस्ले इंडिया की हेड ऑफ सस्टेनेबिलिटी एंड सोसाइटी पहल तरूणा सक्सेना ने बताया कि कंपनी न केवल अपने उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा पर ध्यान देती है, बल्कि पूरे भारत में खाद्य सुरक्षा के माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत अब तक उत्तर प्रदेश में 14,000 से अधिक वेंडर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर ‘सर्व सेफ़ फ़ूड’ प्रोजेक्ट अब तक 26 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 92,800 से अधिक स्ट्रीट फूड वेंडर्स को लाभान्वित कर चुका है।




