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बरेली । इस्लामिक रिसर्च सेंटर के निदेशक और तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने कहा कि रविवार, 28 मार्च को शबे बारात है। शब बरात आशीर्वाद और सद्गुणों से भरपूर रात है, उस रात सभी मुसलमानों को पश्चाताप करना चाहिए और अपने पापों के लिए माफी मांगनी चाहिए,नौजवानों ,बुजुर्गों और बच्चों को मस्जिदों में जाना चाहिए और दुआएँ करनी चाहिए| मौलाना ने आगे भी कहा कि होली और शबे बरात त्यौहार के एक ही दिन मनाये जाने के नाजुक मौके पर वह अपील करते हैं कि एक दूसरे की खुशियों का ख्याल रखते हुए त्यौहार मनाये और हुकूमत की मंशा के मुताबिक कोविड गाइड लाइन के को भी ध्यान में रखकर त्यौहार मनाये|मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने यह भी कहा कि शबे बरात की रात शरई हुदूद का ख्याल रखे, करीबी मस्जिद या अपने घरों में रहकर ज्यादा से ज्यादा नफ़ल नमाज़ अदा करे, कुरान शरीफ की तिलावत में वक्त गुजारे और दुआएँ मागे, सेहरी का ऐतमाम करे नमाज़े फर्ज़ अदा करके फौरन अपने घरों में चले जाये और होली का रंग पढ़ने के वक्त तक घर से बाहर न निकले उन्होंने आगे भी कहा कि इस रात को खेल कूद,आतिशबाजी और पटाखों से बचना चाहिए।
