प्रेमनगर पुलिस का बड़ा खुलासा: चार साइबर ठग गिरफ्तार, 100 से अधिक खातों के तार हरियाणा, तमिलनाडु और पंजाब से जुड़े

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बरेली। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर शिकंजा कसते हुए प्रेमनगर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने चार साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनके पास से कई आधार कार्ड, कई दस्तावेज और 3 मोटरसाइकिल ,3 सिम कार्ड ,6 मोबाइल बरामद हुई हैं। इन आरोपियों के जरिए देशभर के कई राज्यों में ठगी की रकम का लेन-देन किया जाता था।

नेशनल एनसीआरपी  पोर्टल से मिला सुराग
पुलिस को नेशनल एनसीआरपी पोर्टल पर लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि हरियाणा, तमिलनाडु और पंजाब सहित कई राज्यों में हुई साइबर ठगी के मामलों में बरेली के बैंक खातों का इस्तेमाल हो रहा है। जांच के दौरान सामने आया कि स्थानीय मजदूरों और रिक्शाचालकों के बैंक खातों को मामूली रकम देकर ठगों ने अपने जाल में फंसा लिया था।

खातों का ऐसे होता था इस्तेमाल
ठग गिरोह मजदूरों और रिक्शाचालकों को उनके खातों का इस्तेमाल करने के एवज में 1 से 2 हजार रुपये देता था। ठगी की रकम इन खातों में आने के बाद आरोपी उसमें से 8 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखकर शेष रकम गिरोह के अन्य सदस्यों के खातों में ट्रांसफर कर देते थे। इस तरह बरेली से पूरे देश में साइबर ठगी के पैसे का नेटवर्क संचालित हो रहा था।

गिरफ्तार आरोपी और फरार साथी
पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों – मुशर्रफ, अब्दुल रज्ज़ाक, निशांत और शिवम गोस्वामी – को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि गिरोह के चार अन्य सदस्य अभी भी फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

एसपी सिटी ने किया खुलासा
एसपी सिटी मानुष पारीक ने प्रेस वार्ता कर बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन मोटरसाइकिल, कई आधार कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधियों का यह नेटवर्क काफी बड़ा है और इसमें शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।

साइबर अपराध पर पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते किसी भी अजनबी या संदिग्ध व्यक्ति के कहने पर उपयोग न होने दें। ऐसा करना न केवल अपराधियों को मदद देना है बल्कि खाता धारक स्वयं भी कानूनी कार्रवाई की चपेट में आ सकता है।

 

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Author: newsvoxindia

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